खण्ड (अ): सांख्यिकी का सैद्धान्तिक विवेचनः
1. सांख्यिकी की परिभाषा, क्षेत्र एवं प्रकृति, 2. सांख्यिकी के कार्य, महत्व एवं सीमाएँ, 3. सांख्यिकीय अनुसन्धान का आयोजन, 4. समंको का संकलन, 5. संगणना तथा प्रतिदर्श अनुसंधान, 6. समकों का सम्पादन, 7. वर्गीकरण एवं सारणीयन, 8. समंकों का चित्रमय प्रदर्शन, 9. समंकों का बिन्दुरेखीय प्रदर्शन, 10. केन्द्रीय प्रवृति के माप-सांख्यिकीय माध्य, 11. अपकिरण तथा विषमता, 12. परिघात एवं पृथुशीर्षत्व, 13. सहसम्बन्ध, 14. सूचकांक, 15. काल-श्रेणी का विश्लेषण, 16. सरल प्रतीपगमन, 17. बहुगुणी सहसम्बन्ध तथा बहुगुणी प्रतीपगमन, 18. व्यावसायिक पूर्वानुमान, 19. आन्तरगणन एवं बाह्मगणन, 20. गुण-सम्बन्ध या गुण-साहचर्य, 21. आसंग एवं काई-वर्ग परीक्षण, 22. प्रायिकता अथवा सम्भावना, 23. सैद्धान्तिक आवृति बंटन, 24. प्रतिचयन सिद्धान्त एवं सार्थकता-परीक्षण, 25. सार्थकता-परीक्षण-बड़े प्रतिदर्श, 26. गुण-समंको में सार्थकता-परीक्षण, 27. सार्थकता-परीक्षण-छोटे प्रतिदर्श, 28. प्रसरण विश्लेषण, 29. सांख्यिकीय गुण-नियन्त्रण
खण्ड (ब): भारतीय सांख्यिकी या समंकः
1. भारत में सांख्यिकीय व्यवस्था, 2. उत्तर प्रदेश में सांख्यिकीय व्यवस्था, 3. मध्य प्रदेश में सांख्यिकीय व्यवस्था, 4. जनसंख्या समंक, 5. राष्ट्रीय आय समंक, 6. कृषि-समंक, 7. औद्योगिक समंक, 8. मूल्य समंक, 9. व्यापार समंक, 10. श्रम समंक, 11. भारतीय समंकों के सामान्य दोष • वस्तुनिष्ठ एवं बहुविकल्प प्रश्नमाला • सांख्यिकीय सारणियाँ